3 हजार से ज्यादा सिम दुबई समेत अन्य देश भेजीं:100 करोड़ के हवाला लेन-देन के आरोपी पिता-पुत्र कर रहे हैं बड़े-बड़े खुलासे
पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और चीन से हवाला के जरिए आने वाले रुपए को USDT में बदलने वाले रैकेट के आरोपी पिता-पुत्र और एक अन्य कर्मचारी को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने चार दिनों के रिमांड पर लिया है। जांच में बड़े खुलासे हो रहे हैं। पिता-पुत्र के 9 बैंक खाते पहले ही फ्रीज किए जा चुके हैं और पुलिस को 15 और खातों की जानकारी मिली है।
3,000 से अधिक सिम कार्ड दुबई और अन्य देशों में भेजे आरोपी 8-9 लाख रुपए के सिम कार्ड दुबई में सप्लाई करते थे। अब तक इन्होंने 3,000 से अधिक सिम कार्ड दुबई और अन्य देशों में भेजे हैं। इनके पास से विभिन्न बैंक किट्स, डेबिट कार्ड और बैंक अकाउंट्स मिले हैं। जिनमें धोखाधड़ी के पैसे जमा किए जाते थे और फिर उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया जाता था।
दो साल में 100 करोड़ से ज्यादा का हवाला आरोपी मकबूल ने दुबई के रेजिडेंस कार्ड के आधार पर चीन में बैंक खाता खुलवाया है। इनसे एक लाख से अधिक विदेशी मुद्रा भी बरामद की गई है। SOG ने सूरत के सिन्नीवाड़ा इलाके में सफिया मंजिल नामक इमारत में छापा मारकर मकबूल अब्दुल रहमान डॉक्टर, उसके पुत्र कासिफ मकबूल डॉक्टर और माज अब्दुल रहीम नाडा को गिरफ्तार किया।
दो साल में इन्होंने 100 करोड़ से अधिक का हवाला लेन-देन किया है। मकबूल के पास दुबई का रेजिडेंस वीजा है। जांच के दौरान पुलिस ने मोबाइल से 15 से अधिक बैंक खातों की जानकारी प्राप्त की है। जिनका उपयोग उन्होंने विभिन्न देशों में लेन-देन के लिए किया है। उनके पास से 1 लाख से अधिक विदेशी मुद्रा भी मिली है। जिसमें दिरहम, कंबोडियाई, और थाई मुद्रा शामिल है।
आरोपियों ने दुबई में ट्रेडिंग जनरल कंपनी खोली थी आरोपियों ने दुबई में एक कंपनी भी स्थापित की है। जिसका नाम “डॉक्टर अब्दुल ट्रेडिंग जनरल कंपनी” है। इस कंपनी की और उसमें होने वाले फंडिंग की जांच भी चल रही है। आरोपियों के पास से विभिन्न बैंक खातों की पासबुक, चेकबुक, डेबिट कार्ड, 500 एयरटेल सिम कार्ड के साथ ही सात मोबाइल फोन के अलावा अलग-अलग देशों की मुद्राएं बरामद की गईं। इसके अलावा 17 लाख रुपए नकद भी जब्त किए गए।
बैंक खाते भले ही दूसरों के नाम पर होते थे, लेकिन संचालन ये ही करते थे। आरोपी दुबई, बैंकॉक, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, युगांडा और कंबोडिया जैसे कई देशों में जा चुके हैं। पुलिस इन यात्राओं का उद्देश्य जानने के लिए जांच कर रही है।