Byju's के फाउंडर बोले- मैं धोखेबाज नहीं, वापसी करूंगा:नेटवर्थ जीरो हुई इसके लिए बड़े निवेशक जिम्मेदार, उन्होंने साथ छोड़ा इसलिए हालात बिगड़े

Byju's के फाउंडर बोले- मैं धोखेबाज नहीं, वापसी करूंगा:नेटवर्थ जीरो हुई इसके लिए बड़े निवेशक जिम्मेदार, उन्होंने साथ छोड़ा इसलिए हालात बिगड़े

फाइनेंशियल क्राइसिस से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कहा कि मुश्किल समय में सहयोगियों ने साथ छोड़ दिया, जिससे कंपनी के हालात खराब हुए थे। रवींद्रन ने वर्चुअल मीडिया ब्रीफिंग में ये बात कही। इस दौरान उन्होंने अपनी कंपनी के सबसे बुरे दौर, नेटवर्थ जीरो होने के साथ-साथ BCCI के साथ विवाद, फंड जुटाने, भारत छोड़ने और दुबई में रहने के कारणों सहित कई मुद्दों पर बात की।

मैं धोखेबाज नहीं, होता तो अपना सारा पैसा निकाल लेते

रवींद्रन कहा कि उनकी कंपनी धोखेबाज नहीं है। उन्होंने कहा कि जानबूझकर हमने कोई गलती नहीं की है। कोई फ्रॉड नहीं किया है। अगर फ्रॉड होता तो फाउंडर्स पैसा निकाल लेते। मैं कंपनी में अपना सारा पैसा नहीं लगाता। उन्होंने कहा, 'मैं डेडलाइन नहीं देना चाहता, लेकिन मैं वापसी करूंगा'।

रवींद्रन के मीडिया इंटरेक्शन के मुख्य हिस्से...

  • मई 2023 में एक ही साथ कंपनी के तीन बड़े निवेशक- प्रोसस, पीक XV पार्टनर्स और चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। यह फैसला कंपनी के लिए सबसे बड़ा झटका था।
  • कंपनी ने अगले दो तीन साल में तेज ग्रोथ का अनुमान लगाया था और निवेशकों के दबाव में ही कंपनी ने एग्रेसिव ग्रोथ का रास्ता अपनाया, यह बड़ी गलती साबित हुई। इसी के चलते आज नेटवर्थ जीरो हो गई है।
  • रवींद्रन ने बताया कि हमने एक साथ कई मार्केट में निवेश करना शुरू कर दिया। हमारी सभी एक्विजिशन और ग्रोथ के फैसले पर बोर्ड के मेंबर्स की 6-0 की वोटिंग के साथ मंजूरी मिली।
  • कंपनी के कई इन्वेस्टर्स ने काफी पैसा बनाया। पीक XV ने काफी कम समय में 50 मिलियन डॉलर का निवेश कर करीब आठ गुना कमाया। हमने निवेशकों को 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का रिटर्न दिया। रिटर्न के बारे में कोई बात नहीं करता।
  • अगर हमारे पास ऐसे निवेशक होते जिन्होंने बड़ी कंपनियों में निवेश किया है, तो ये हमारे लिए बहुत मददगार साबित होता। हमारे पास मोहनदास पई जैसे लोग पहले होते तो अच्छा होता, क्योंकि उन्होंने भारत में भी स्केलिंग देखी है।
  • बायजू ने कहा- अच्छे समय में इन्वेस्टर कारोबार को बढ़ाकर 100 बिलियन डॉलर करना चाहते थे। उनके लिए फाइनेंशियल रिटर्न ज्यादा जरूरी मालूम हो रहे थे। उन्होंने छात्रों की बिल्कुल चिंता नहीं की। मुझे व्हाइटहैट जूनियर के लिए सबसे ज्यादा सपोर्ट मिला। लेकिन आकाश के लिए रेजिस्टेंस मिला।
  • उन्होंने बताया कि उनके पास बायजूस की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न में 26% से ज्यादा की हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि फंड डालने के बाद इसमें इजाफा भी हुआ है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मैं डेटा बताना नहीं चाहता हूं।
  • रवींद्रन ने कहा कि NCLAT का जो भी आदेश आएगा मैं रास्ता खोज लूंगा। दुनिया में ऐसी कोई मुश्किल नहीं है, जिसका समाधान नहीं किया जा सकता है। मैं डेडलाइन नहीं देना चाहता, लेकिन मैं वापसी करूंगा।
  • मैं कहीं भाग नहीं रहा हूं। अगर हमें भागना होता तो हम ये काफी पहले कर चुके होते। ये दुख की बात है कि लोग ये सोचते हैं कि मैं भारत से भाग चुका हूं। मैं चार साल पहले अपने पिता के स्वास्थ्य कारणों की वजह से दुबई आया था।